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प्रज्वल रेवन्ना Rape केस: पूरी कहानी, कानूनी धाराएँ, और अदालती कार्यवाही की पूरी जानकारी

महिला न्याय की अपील करती हुई, “प्रज्वल रेवन्ना केस” की Schlagzeile के साथ, बलात्कार के विरोध का प्रतीक

एक महिला की दर्द भरी पुकार — “प्रज्वल रेवन्ना केस” में न्याय की मांग और सत्ता की सच्चाई

परिचय: कौन हैं प्रज्वल रेवन्ना?

प्रज्वल रेवन्ना जनता दल (सेक्युलर) के नेता, पूर्व सांसद और पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा के पोते हैं। उनका नाम एक हाई-प्रोफाइल यौन शोषण मामले में सामने आया, जिसने कर्नाटक की राजनीति और समाज को झकझोर कर रख दिया। चार मामलों में वे मुख्य आरोपी रहे हैं, जिनमें से एक में अदालत ने उन्हें दोषी ठहरा दिया है।

केस की शुरुआत और पीड़िता की गवाही

घटनाक्रम: A to Z

1. आरोप और प्रारंभिक जाँच

2. एफआईआर और गिरफ्तारी

3. सबूत और चार्जशीट

4. ट्रायल और अदालती कार्यवाही

5. दोष सिद्धि (Conviction)

कानूनी धाराएँ: IPC और IT Act

धाराविस्तृत विवरणअधिकतम सजा
376(2)(k)पद उपयोग कर महिला से बलात्कार10 साल से उम्रकैद
376(2)(n)एक ही महिला से बार-बार बलात्कार10 साल से उम्रकैद
354(A)यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment)3 साल
354(B)महिला को निर्वस्त्र करने का प्रयास3 साल
354(C)ताक-झाँक (Voyeurism)3 साल
506आपराधिक धमकी (Criminal Intimidation)6 महीने
201सबूत मिटाना (Destruction of Evidence)1 से 7 साल
66(E) IT Actनिजता का उल्लंघन (Violation of Privacy)3 साल

इन धाराओं के अंतर्गत अदालत ने प्रज्वल रेवन्ना को दोषी माना।

परिवार और अन्य आरोप

समाज पर असर

निष्कर्ष

प्रज्वल रेवन्ना का मामला सिर्फ एक व्यक्ति की सजा का मुद्दा नहीं रहा—यह भारतीय कानून, राजनीति और समाज की नैतिकता और जवाबदेही का टेस्ट बन गया। जब-जब सत्ता के ताकतवर लोग भी कानून के दायरे में आते हैं, लोकतंत्र और न्याय प्रणाली का भरोसा और गहरा होता है।

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